जिस प्रकार से हम अपने मोबाइल की स्क्रीन को बचाने के लिए टफन ग्लास का प्रोटेक्शन देते है बिलकुल इसी प्रकार सोलर पैनल को अधिक बारिश (Heavy Rain or Snowfall) के कारण नुकसान की संभावना रहती है जिसे डैमेज होने से बचाने के लिए आपको कुछ सावधानी बरतनी जरूरी होती है।
जिससे आपके सोलर पैनल की आयु भी बढ़ जाती है और आपको सोलर पैनल का रखरखाव खर्च (Maintenance Cost) करने से भी मुक्ति मिल जाती है।
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बारिश के मौसम में सोलर पैनल के लिए सावधानी क्यों जरूरी है?
देखिए वैसे तो सोलर पैनल में जो सोलर सेल होते है जिसके कारण बिजली का उत्पादन होता है उसे प्रोटेक्ट करने के लिए ग्लास का आवरण पहले से ही दिया जाता है किंतु ऐसा भी हो सकता है कि यदि आपके वहां अधिक बारिश होने लगे और वह ग्लास का कवर टूट जाए तब इस परिस्थिति में बारिश सीधे आपके सोलर सेल के कॉन्टैक्ट में आ जाती है जिससे आपके सोलर पैनल डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है।
मॉनसून के मौसम में सोलर पैनल को प्रोटेक्ट (रक्षण) करने के तरीके
मुख्य रूप से बारिश की सीजन में सोलर पैनल को नुकसान से बचाने के लिए दो तरीके है, इसके अलावा एक जुगाड़ भी है जिसकी जानकारी नीचे दी गई हैं।
मिथक्राइलेट कोटिंग
जैसे आप कोई भी टीवी लेते है तो उसकी स्क्रीन पर जो स्क्रीन प्रोटेक्टर दिया जाता है बिलकुल उसी प्रकार Mythacrylate Coating काम करता है। यह एक तरह से केमिकल आता है जिसका सोलर पैनल पर छिड़काव करने से एक ट्रांसपेरेंट कवर बन जाता है। जो अधिक बारिश से होने वाले नुकसान को रोक देता है।
अब एक सीधा सा सवाल आपके मन में उठता होगा कि क्या इससे बिजली बनाने की क्षमता में कमी आ जाएगी? तो हम आपको सीधा सीधा बताना चाहते है कि जी हां इससे सोलर पैनल की क्षमता में बदलाव जरूर से आता है किंतु वह बदलाव थोड़ा सा ही होता है। उदाहरण के तौर पर यदि आपके सोलर पैनल दिन में 10 यूनिट बिजली बनाता है तो मिथक्राइलेट कोटिंग के कारण 1 से डेढ़ यूनिट प्रतिदिन कम हो सकता है।
Mythacylate Coating का स्प्रे ऑनलाइन amazon पर भी मिल जाता है और आप किसी हार्डवेयर की दुकान पर जाकर भी इसे खरीद सकते है। हालांकि इसका इस्तेमाल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह एकबार जरूर से लेनी चाहिए।
सोलर पैनल की अरेंजमेंट
वैसे तो हम सब सोलर पैनल का मुंह इस प्रकार से रखते है ताकि ज्यादा से ज्यादा सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर आ सकें। किंतु सोलर पैनल का अरेंजमेंट करते वक्त हमको बारिश की सीजन का भी ध्यान रखना अनिवार्य होता हैं। इसके लिए आप सोलर पैनल का पूरा फ्रेम इस प्रकार से बनाए ताकि उसे जब चाहे तब इधर से उधर ले जा सकें। ऐसा करने पर आप आसानी से जिस साइड से बारिश आ रही है उससे अलग दिशा में सोलर पैनल रख देंगे तो 90% खतरा टलने की संभावना रहती है।
Vinita Agarwal from Patna, Bihar, said goodbye to high electricity bills with PM – Surya Ghar: Muft Bijli Yojana.
— PM – Surya Ghar: Muft Bijli Yojana (@PMSuryaGhar) June 27, 2024
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देसी जुगाड़
देसी जुगाड़ की बात करें तो आपको मालूम होगा कि बाजार में ऐसा ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक आता है जो बहुत ही मजबूत होता है जिसे आप सोलर पैनल पर रख देंगे तो भी ज्यादा बारिश या फिर स्नोफॉल (बर्फ वर्षा) से आपके सोलर पैनल को हानि नहीं होगी। इस देसी जुगाड़ में एक ही दिक्कत है और वो यह है कि प्लास्टिक का कवर रखने से बिजली उत्पादन की क्षमता में काफी कमी देखने को मिलेगी।
यदि दिन में बारिश 2 से 3 घंटा ही आती है तब तो कोई समस्या नहीं होगी किंतु पूरा दिन या फिर 2 से 3 दिन तक लगातार बारिश होने की स्थिति में सोलर पैनल से ज्यादा बिजली का उपयोग करने में असमर्थ हो जाएंगे।
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